सिर्फ 'मदर इंडिया' ही नहीं नर्गिस दत्त की ये फिल्में भी हैं 'मस्ट वॉच'

नर्गिस दत्त ने बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस अपने करियर की शुरुआत की और फिर लगभग दो दशकों तक बॉलीवुड की फेवरेट एक्ट्रेस बनी रहीं। हालांकि, उनकी फिल्म 'मदर इंडिया' मील का पत्थर साबित हुई, जिसकी न सिर्फ देश, बल्कि इस फिल्म ने विदेशों में भी अपने नाम का डंका बजाया। वैसे, 'मदर इंडिया' के अलावा भी नर्गिस ने अपने करियर में बेहतरीन फिल्में दी हैं। आइए डालते हैं उन फिल्मों पर एक निगाह। 

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गुजरे जमाने की अभिनेत्री नर्गिस की आज पुण्यतिथि है। आज ही के दिन साल 1981 में उनका निधन हो गया था। 1 जून, 1922 को कोलकाता में जन्मी नर्गिस का असली नाम फातिमा रशीद था।

बाल कलाकार के रूप में अपने करियर की शुरुआत करने वाली नर्गिस ने अपनी जबरदस्त एक्टिंग से सिनेप्रेमियों के दिलों पर राज किया। महज 28 साल की उम्र में नर्गिस ने फिल्म 'मदर इंडिया' में मां का रोल निभाया था। फिल्म की शूटिंग के दौरान सुनील दत्त ने आग में कूदकर नर्गिस की जान भी बचाई थी, जिसके बाद दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया था। साल 1958 में नर्गिस ने सुनील दत्त से शादी की थी। शादी के बाद नर्गिस ने फिल्मों से कुछ दूरी बना ली। हालांकि, अपने करियर में उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में दी है। नर्गिस की मस्ट वॉच फिल्मों को जानते हैं। 

आग 

आर के बैनर तले बनी फिल्म 'आग' साल 1948 में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म को राज कपूर ने प्रोड्यूस किया था। एक अमीर लड़के के अपने पिता से विद्रोह की कहानी है, जो अपनी नाटक कंपनी और बचपन के प्यार की खातिर सब कुछ छोड़ देता है और अपनी कहानी और नाटक के जरिये अपने प्यार को जीता है।

अंदाज़ 

साल 1949 में रिलीज़ हुई फिल्म 'अंदाज़' हर मायने में एक बड़ी फिल्म थी। राज कपूर, नर्गिस और दिलीप कुमार सरीखे कलाकारों से फिल्म सजी है। वैसे यह इकलौती फिल्म है, जिसमें राज कपूर और दिलीप कुमार ने साथ में काम किया है। दो दिग्गज कलाकारों के बीच नर्गिस ने अपनी उपस्तिथि बखूबी दर्ज करवाई। 

बरसात

साल 1949 में रिलीज़ हुई इस फिल्म ने भारतीय सिने जगत को एक हिट जोड़ी दी। इस फिल्म का गाना 'प्यार हुआ इकरार हुआ' काफी लोकप्रिय हुआ। इस गाने में राज कपूर के तीनों बच्चों (रणधीर, ऋषि और ऋतु) ने कैमियो किया था। इसी फिल्म से आर के स्टूडियो का लोगो भी मिला था। 'बरसात' कई मायनों में खास है। यह राज कपूर के निर्देशन में बनी पहली फिल्म है। इस फिल्म से अभिनेत्री निम्मी ने अपना सिने करियर शुरू किया था। इस फिल्म ने ना सिर्फ राज कपूर को आर के स्टूडियो खरीदने में मदद मिली, बल्कि इस फिल्म ने हिंदी सिनेमा को संगीत के क्षेत्र में लता मंगेशकर और शंकर जय किशन की पहचान को स्थापित किया। 

आवारा 

साल 1951 में रिलीज़ हुई इस फिल्म में राज कपूर , पृथ्वी राज कपूर , के एन सिंह जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ नर्गिस भी अहम भूमिका में हैं। इस फिल्म ने न सिर्फ भारत में बल्कि कांस फिल्म फेस्टिवल में भी धूम मचा दी थी। 

दीदार

साल 1951 में आई फिल्म 'दीदार' में दिलीप कुमार और नर्गिस मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म के बाद ही दिलीप कुमार को ट्रेजडी किंग का खिताब मिला। 

आह

साल 1953 में आई फिल्म 'आह' एक अनूठी प्रेम कहानी जिसको बाद में थोडा बहुत हेर फेर करके 'मुझसे दोस्ती करोगे' नाम से फिल्म बनाई गई। दो लड़कियों और एक लड़के का प्रेम त्रिकोण और जानलेवा बीमारी से ग्रसित हीरो, जो अपनी बीमारी के कारण अपने प्यार से झूठ बोलता है। रिलीज़ के समय यह फिल्म टिकट खिड़की पर बेदम रही, लेकिन इसका संगीत काफी लोकप्रिया हो गया था। उनमें से एक गाना, 'राजा की आएगी बारात' आज भी हर शादी में सुनाई पड़ ही जाता है। 

श्री 420

साल 1955 में रिलीज़ हुई फिल्म 'श्री420' में राज कपूर और नर्गिस की जोड़ी एक बार फिर पर्दे पर देखने को मिली। ख्वाजा अब्बास अहमद की लिखी स फिल्म में नर्गिस और राज कपूर की बेजोड़ अदाकारी ने एक नया आयाम दिया। फिल्म को शंकर जयकिशन ने संगीत से सजाया। 

चोरी चोरी 

साल 1956 में आई फिल्म 'चोरी चोरी' में राज कपूर 'सागर' नाम के पत्रकार की भूमिका में थे, जबकि नर्गिस 'कम्मो' नाम की अमीर पिता की बिगड़ैल बेटी थीं। दोनों एक सफर में टकराते हैं और फिर इनकी कहानी बनती है। फिल्म बहुत सादगी के साथ आगे बढ़ती है। बेजा नाटकीयता नहीं है। इस फिल्म का संगीत भी उतना ही लुभावना है। मन्ना डे और लता मंगेशकर की आवाज़ में 'आजा सनम मधुर चांदनी में हम' बेहतरीन गानों में से एक है। 

यादें 

साल 1964 में आई इस फिल्म को मोनोलॉग कहा जा सकता है। यह एक अलग तरह की फिल्म है। पूरी फिल्म में सिर्फ सुनील दत्त हैं और परछाइयां हैं। फोन कॉल्स हैं। इस फिल्म में आखिरी में नर्गिस दिखाई देती हैं। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप रही। लेकिन 'यादें' सरीखी फिल्म का प्रयोग करने के लिए काफी तारीफें हुआ थीं। 

रात और दिन 

साल 1967 में रिलीज़ हुई इस फिल्म को अपने वक्त से आगे की फिल्म कहा गया। वरुणा के किरदार में नर्गिस ने मल्टीपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर से ग्रसित गृहणी के किरदार को इस तरह निभाया कि उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फिलहाल इस फिल्म के रीमेक की ख़बरें हैं। कहा जा रहा है कि इस फिल्म की रीमेक में ऐश्वर्या राय बच्चन होंगी।

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टिप्पणियाँ

बेनामी ने कहा…
मुझे नरगिस जी पसंद है