नहीं रहे पद्मश्री ओम पुरी

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ओम पुरी का दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार तड़के निधन हो गया। ओम पुरी न सिर्फ बॉलीवुड सिनेमा, बल्कि पाकिस्तानी, ब्रिटिश और हॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी बेमिसाल अदाकारी के लिए जाने जाते रहे। उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री की उपाधि दी गई और उन्होंने 'आरोहण' और 'अर्धसत्य' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया था।

Om Puri

मुंबई। अभिनेता ओम पुरी का दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार को निधन हो गया। ओम पुरी 66 वर्ष के थे। उन्होंने न सिर्फ हिंदी सिनेमा, बल्कि पाकिस्तानी, ब्रिटिश और हॉलीवुड फिल्मों में भी अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया। उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री की उपाधि दी गई, जोकि भारत के नागरिक पुरस्कारों के क्रमानुसार चौथा पुरस्कार है। इसके अलावा उन्होंने फिल्म 'आरोहण' और फिल्म 'अर्धसत्य' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त किया था।

ओम पुरी का जन्म 18 अक्टूबर 1950 में हरियाणा के अम्बाला में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनके ननिहाल पंजाब के पटियाला में हुई।

साल 1976 में पुणे फिल्म संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ओमपुरी ने लगभग डेढ़ साल तक एक स्टूडियो में अभिनय की शिक्षा दी। बाद में ओमपुरी ने अपने निजी थिएटर ग्रुप ‘मजमा’ की स्थापना की।

ओम पुरी ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत मराठी नाटक पर आधारित फिल्म 'घासीराम कोतवाल' से की थी। साल 1980 में रिलीज़ फिल्म ‘आक्रोश’ ओम पुरी के सिने करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुई।

ओम पुरी के निधन की ख़बर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है। पीएमओ ने ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी ने पुरी के निधन पर शोक जताया है और उनके थियेटर और फिल्मों को याद किया।

फिल्मकार अशोक पंडित ने ट्विटर पर अपने करीबी मित्र ओमपुरी के निधन की जानकारी साझा की है।

ओमपुरी के करीबी दोस्त और उनके साथ कई फिल्मों में स्क्रीन शेयर कर चुके अभिनेता अनुपम खेर ने लिखा, 'मैं उन्हें 43 सालों से जानता था। मेरे लिए वह हमेशा ही एक महान अभिनेता और एक उदार व्यक्तित्व रहेंगे। दुनिया को उन्हें ऐसे ही याद रखना चाहिए'।


संबंध‍ित ख़बरें
ओम पुरी बने सूट बूट वाले यमराज