'लक्ष्मण' सुनील लहरी आखिर क्यों 'विश्वामित्र' को बार-बार गुदगुदी कर रहे थे?

रामानंद सागर की 'रामायण' में 'लक्ष्मण' बने सुनील लहरी धारावाहिक बिहाइंड द सीन क़िस्से सुना रहे हैं, जो काफी दिलचस्प हैं। इन क़िस्सों की चौथी कड़ी में उन्होंने 'राम-सीता' के पहली मुलाकात से लेकर 'विश्वामित्र' के पैर में गुदगुदी तक का प्रसंग सुनाया। साथ ही धारावाहिक देखने की अपील की। 

sunil lahri share BTS moments of 'ramayan'

रामानंद सागर के धारावाहिक 'रामायण' में 'लक्ष्मण' की भूमिका निभाने वाले सुनील लहरी दर्शकों के चहेते बनते जा रहे हैं। सुनील की मोहक मुस्कान ने तो लोगों को अपना कायल कर दिया है, तो वहीं उनके विनम्र और मजाकिया स्वभाव ने भी उनके फैन्स की फौज में अच्छा खासा इजाफा कर दिया है। 

फिलहाल सोशल मीडिया पर वो काफी एक्टिव हैं। 'रामायण' से जुड़े दिलचस्प क़िस्से वो इन दिनों खूब शेयर कर रहे हैं। दूरदर्शन के बाद अब 'रामायण' को स्टार प्लस पर रिटेलीकास्ट किया जा रहा है।

सुनील लहरी अपने वीडियो के जरिये लोगों को इस एपिसोड से जुड़े किस्से शेयर कर रहे हैं। इस कड़ी में उन्होंने चौथे एपिसोड के बारे में तीन किस्से सुनाये। 

पहले क़िस्से में कहता हैं, 'जब राम और लक्ष्मण, विश्वामित्र के साथ जनक जी से मिलने जाते हैं, तो दोनों भाई सिर झुकाकर उनको प्रणाम करते हैं। इस सीन के दौरान बार-बार मेरा मुकुट नीचे गिर जा रहा था। बाद में इस मुकुट को फिक्स किया गया और फिर यह शॉट ओके हुआ।'

वहीं दूसरे क़िस्से का जिक्र करते हुए कहते हैं, 'राम और सीता जब पहली बार एक दूसरे से एक बाग में मिलते हैं। अब उस सीन को शूट किया जा रहा था, लेकिन पता नहीं कहां से बार-बार वहां एक कुत्ता आ जाता था। इसके बाद वहां सात-आठ लोग खड़े किए गए, ताकि कुत्ता आकर शॉट खराब न करें। तब कहीं जा कर वो सीन शूट हुआ।'

तीसरा क़िस्सा ऋषि विश्वामित्र से जुड़ा हुआ है। सुनील कहते हैं, 'ऋषि विश्वामित्र का पैर दबाने का सीन था। विश्वामित्र को पैर दबवाने में बड़ा आनंद मिल रहा था। ऐसे में लगा कि यह तो आनंद लेते रहेंगे और सीन लंबा हो जाएगा। इसलिए मैंने उनके तलवों में गुदगुदी करना शुरू कर दिया। इसलिए उनको लगा कि जल्दी से यह शॉट ओके कर दो। तब कहीं जाकर वह शॉट निबटा।'

इन क़िस्सों के साथ सुनील ने दर्शकों से धारावाहिक देखने की अपील की और साथ में यह भी कहा कि वो आज इस एपिसोड में वो एक हादसे से बाल-बाल बचे थे। इस वाकये को वो एपिसोड के बाद सुनाने वाले हैं। 

उबटन की गुदगुदी

हाल ही में सुनील ने एक एपिसोड से जुड़ा क़िस्सा बताया था। उन्होंने कहा,'जब हम सब आश्रम से शिक्षा ग्रहण करने के बाद वापस महल आ रहे होते हैं और सभी भाइयों का जोरदार स्वागत किया जाता है। इस दौरान एक पारंपरिक सीन होता है, जिसमें आश्रम से पढ़ कर आए भाइयों को चंदन और हल्दी का उबटन लगाया जाता है।'

सुनील ने कहा कि क्योंकि उनका शरीर काफी सेंस्टिव होने के कारण जब भी लोग उनके बगल में उबटन लगा रहे होते हैं, तो उन्हें गुदगुदी होने लग जाती है और वे हंसने लग जाते थे। बाद में उन्होंने उबटन लगा रहे लोगों से इस बात की गुजारिश भी करते हैं कि वे हर जगह उबटन लगाएं, लेकिन उनके बगलों को छोड़ दें, सीन शूट करने में दिक्कत हो रही है। 

सुनील ने कहा था कि किसी तरह उन्होंने अपनी हंसी रोक कर सीन शूट किया और उसके बाद वे खूब हंसे। 

'लक्ष्मण' की धोती खुल गई

सुनील लहरी ने बताया, 'जब हम लोग रथ में बैठ आश्रम से वापस आ रहे होते हैं, तो बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं, जो हमारा स्वागत कर रहे होते हैं. उस समय अचानक से ही मेरे ही पांव में मेरी धोती फंसकर खुल जाती है और अटक जाती है। शॉट में गनीमत यह थी कि मैंने कमरबंद पहना था, जिस वजह से धोती पूरी तरह से खुलते-खुलते बच गई। मैंने तब शत्रुघन का रोल प्ले करने वाले मेरे को-एक्टर समीर को इशारे में कहा कि 'सम्भालो'।'

वो आगे कहते हैं, 'तब समीर ने पीछे से मेरी धोती को पकड़ लिया और इस तरह से हमने वो सीन पूरा किया। बहुत ही मुश्किल सीन था और हम उसे काट नहीं सकते थे।' 

'लक्ष्मण' को जाना पड़ा था पुलिस स्टेशन 

एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू के दौरान सुनील लहरी ने बताया कि कैसे उनकी महिला फैंस के प्यार ने उन्हें थाने जाने पर मजबूर कर दिया था। सुनील की कद काठी और मनोहर व्यक्तित्व की वजह से 80 के दशक में लाखों लड़कियां उन पर मरती थीं। हालांकि, इन दिनों भी आलम कुछ वैसा ही है। 

सुनील ने बताया, ''रामायण' के दिनों में मुझे समझ नहीं आता था कि क्यों मुझे इतनी महिलाओं और लड़कियों का प्यार मिल रहा है, क्यूंकि लक्ष्मण कोई रोमांटिक किरदार तो था नहीं। मुझे समझ ने नहीं आया कि ऐसा क्यों हो रहा है और इस बारे में हमेशा पापा जी यानी हमारे शो के प्रोडूसर और डायरेक्टर रामानंद सागर को बताता था।'

उन्होंने आगे कहा, 'उस वक्त हमें फैंस के हाथ से लिखे खत आया करते थे और वो भी बहुत अजब-गजब टाइप के होते थे, जिसमें हर किस्म की बातें लिखी होती थीं। हां, रोमांस से भरे लेटर्स खूब होते थे। एक बार तो एक ऐसा लेटर आया जिसमें लिखा था कि यदि आपने हमसे शादी नहीं की, तो हम कुंए में कूदकर जान दे देंगे और ये लेटर पढ़कर मैं बहुत डर गया था। इसीलिए उस वक्त मैंने इस बारे में एक पुलिस कंप्लेंट भी की थी। मैं ये नहीं चाहता था कि कहीं कुछ उल्टा सीधा हो जाए और मैं इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाऊं।'

फिलहाल 'रामायण' के रीरन से एक बार फिर से सुनील की फैन फॉलोइंग बढ़ रही है। और वो एक्टिंग के फील्ड में सक्रिय होने लगे हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। इस धारावाहिक को मिल रही कामयाबी से वो काफी खुश हैं। 

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