इस बॉलीवुड सितारे ने तोड़ दी थी जूही चावला से अपनी सगाई

अदाकारा जूही चावला के पति का नाम जय मेहता है, लेकिन जय से पहले भी जूही ने एक शख्स से सगाई की थी और इनकी सगाई पूरे चार दिन चली। आज वो शख्स बॉलीवुड सितारा है। कौन है वो, किसने तोड़ा था जूही का दिल। ख़बर में पढ़िए। 

जूही चावला की सगाई चार दिन में ही टूट गई थी
मुंबई। चुलबुली और शोख अदाकारा जूही चावला से भी भला क्यो कोई सगाई तोड़ सकता है, लेकिन सच में उनसे किसी ने सगाई महज चार दिनों में ही तोड़ दिया था। इस सीक्रेट सगाई का क़िस्सा अभिनेता अनु कपूर ने एक रेडियो प्रोग्राम में सुनाया। 

चलिए हम आपको बताते हैं, वो शख्स कौन है? 

इमरान खान, जी हां। आमिर खान के भांजे और इन दिनों के मशहूर अभिनेता इमरान खान ने जूही चावला से सगाई की थी। 

ये क़िस्सा शुरू हुआ फिल्म ‘कयामत से कयामत’ के सेट पर। इस फिल्म में जूही चावला और आमिर खान मुख्य भूमिका थे। फिल्म के सेट पर मामू आमिर के साथ बच्चे इमरान भी आया करते थे। दरअसल, इस फिल्म में आमिर के बचपन का किरदार भी इमरान के हिस्से आया था। 

पांच साल के इमरान को जूही अच्छी लगती थीं। जूही को बच्चों का साथ अच्छा लगता है, सो वो इमरान के सात वक़्त बिताने लगीं। कुछ दिनों में उनकी अच्छी दोस्ती हो गई। 

कुछ दिनों बाद इमरान ने जूही से शादी की ज़िद पकड़ ली। इमरान को सभी समझाने में लगे रहे, लेकिन इमरान किसी की सुनने को तैयार ही नहीं थे। फिर जूही ने कहा कि जब तुम बड़े हो जाना, तब शादी कर लेना। लेकिन जूही का यह सुझाव भी इमरान को पसंद नहीं आया। 

दरअसल, इमरान को डर था कि कहीं जूही अपनी ज़बान से फिर गईं, तो क्या होगा। अब अगले दिन इमरान अपनी मम्मी से अंगूठी मांग कर ले आए। इसके बाद सबके सामने जूही को वो अंगूठी पहना दी, ताकि सभी गवाह रहें कि इमरान से ही जूही शादी करेंगी। 

लेकिन चार दिनों के बाद ही अचानक इमरान ने जूही चावला से अंगूठी वापस मांगने लगे। जूही ने कहा कि अरे ये तो मेरी सगाई की अंगूठी है और अब तो ये मेरी है। 

अब इमरान किसी की सुनने को तैयार ही नहीं थे, वो लगातार कहते जाते कि यह मेरी मां की अंगूठी है, इसे मुझे वापस करो। ये तुम्हारे हाथ पर अच्छी नहीं लग रहा है, मेरी मां के हाथ पर ही अच्छी लगती है। 

फिर क्या करती जूही, उन्होंने इमरान की ज़िद को मानते हुए अंगूठी अपनी उंगली से उतार दी। सिर्फ चार दिन तक इमरान-जूही की सगाई रह सकी। 

अब भी कभी इमरान को अपना बचपना याद आता होगा, तो मुस्कराते ज़रूर होंगे।