फिल्म समीक्षा: जग्गा जासूस

बतौर निर्माता रणबीर कपूर की पहली फिल्म ‘जग्गा जासूस’ अरसे तक अटकने के बाद आखिरकार सिनेमाघरों में उतर ही गई। फिल्ममेकिंग से ज़्यादा इस फिल्म की चर्चा लीड कास्ट रणबीर कपूर और कटरीना कैफ़ के बनते-बिगड़ते रिश्ते को लेकर हुई। तक़रीबन चार साल से अनुराग बासु के निर्देशन में बन रही यह म्यूज़िकल एडवेंचर कॉमेडी ड्रामा फिल्म ‘जग्गा जासूस’ 14 जुलाई को रिलीज़ हो ही गई, तो आइए करते हैं इस फिल्म की समीक्षा...

रणबीर कपूर और कटरीना कैफ़ फिल्म जग्गा जासूस में
निर्माता : सिद्धार्थ रॉय कपूर, अनुराग बासु, रणबीर कपूर
निर्देशक : अनुराग बासु
कलाकार : रणबीर कपूर, कटरीना कैफ़, शाश्वत चटर्जी, सयानी गुप्ता, सौरभ शुक्ला
संगीतकार : प्रीतम
जॉनर : म्यूज़िकल एडवेंचर कॉमेडी ड्रामा
रेटिंग : 3


निर्देशक अनुराग बासु और रणबीर कपूर दूसरी बार टीम-अप हुए हैं। इनकी जोड़ी की पहली फिल्म ‘बर्फी’ रही, जो क्रिटिक्स के साथ बॉक्स ऑफिस को भी भाई। साल 2012 में आई ‘बर्फी’ में रणबीर के अपोज़िट प्रियंका थीं और इस बार कटरीना कैफ के साथ उनकी जोड़ी बनी है।

कहानी

यह कहानी है जग्गा (रणबीर कपूर ) की, जो मणिपुर के एक छोटे से अस्पताल में मिलता है और वहीं उसकी परवरिश होती है। ‘जग्गा’ बोलते हुए हकलाता है। उसके पिता ‘जग्गा’ को बताते हैं कि गाते हुए बोलेगा, तो अच्छी तरह से बोल पाएगा।

इसी बीच ‘जग्गा’ अपनी इंग्लिश टीचर की मौत की गुत्थी को सुलझाता है। फिर अचानक एक दिन उसके पिता भी उसे छोड़कर चले जाते हैं। वह अपनी पढ़ाई बोर्डिंग स्कूल में पूरी करता है।

‘जग्गा’ के हर जन्मदिन पर उसके पिता उसको एक वीडियो टेप भेजा करते हैं। ‘जग्गा’ अपने पिता की तलाश में हमेशा रहता है। तभी कहानी में एंट्री होती है जर्नलिस्ट श्रुति सेन गुप्ता (कटरीना कैफ़) की।

श्रुति एक ख़ास मिशन पर निकली है। इसी दौरान जग्गा की मुलाक़ात श्रुति से होती है और जग्गा, श्रुति के साथ मिलकर अपने पिता की खोज पर निकल पड़ता है।
इस मिशन में क्या जग्गा कामयाब हो पाएगा, क्या उसे उसके पिता मिल पाएंगे?...यह सब सिनेमाहॉल में जाकर ही पता चलेगा।

निर्देशन-पटकथा

फिल्म का निर्देशन उम्दा है। अनुराग बासु का काम काबिल-ए-तारीफ है, उन्होंने ‘बर्फी’ से ज़्यादा इस फिल्म में मेहनत की है। यह बात फिल्म देखकर साफ समझ आती है। वहीं सिनेमैटोग्राफी और विजुअल्स भी शानदार हैं। इसके लोकेशंस की बात की जाए, तो वो भी शानदार हैं।

फिल्म में एडवेंचर के साथ-साथ इमोशनल एंगल को भी अच्छी तरह ब्लैंड किया गया है। साथ ही फिल्म को प्रजेंट करने का ढंग भी काफी अलग है, जैसे शुरुआत में फिल्म देखते समय मोबाइल का प्रयोग ना करें या फिर अलग तरीक़े से कैरेक्टर्स से परिचय कराने का प्रयोग भी अलहदा रहा।

अभिनय

इस फिल्म के दोनों लीड एक्टर्स रणबीर कपूर और कटरीना कैफ़ के बीच रिश्ता नरम-गरम रहा है। उनके ब्रेकअप की वजह से भी कई बार फिल्म की शूटिंग में बाधा आई। ख़ैर, इन सबके बावजूद दोनों कलाकारों के बीच की कैमिस्ट्री अच्छी दिखाई दी।

फिल्म में जहां रणबीर जबरदस्त रहे हैं, वहीं कटरीना ठीक-ठाक ही लगीं। इसके अलावा फिल्म में रणबीर कपूर के पिता की भूमिका में दिखे शाश्वत चटर्जी बेहतरीन रहे और अदा शर्मा का काम भी अच्छा रहा। इस फिल्म में सबसे ज़्यादा चौंकाया सयानी गुप्ता ने। उन्होंने छोटी बच्ची की भूमिका को इस तरह निभाया कि दर्शकों ने दांतों तले उंगल दबा ली।

संगीत

फिल्म का संगीत लोगों को भा रहा है। संगीतकार प्रीतम ने इस फिल्म को संगीत से सजाया है, वहीं इसके अधिकतर गाने अरिजीत सिंह ने गाए हैं। अरिजीत के अलावा निकिता गांधी, तुषार जोशी और अमित मिश्रा ने कुछ एक गाने गाए हैं।

ख़ास बात

यह एक म्यूज़िंकल एंडवेंचरस रोमांटिक ड्रामा फिल्म है। यदि आप इस जॉनर के शौकीन है, तो यह फिल्म आपको ज़रूर देखना चाहिए। साथ ही फिल्म में कमाल के विजुअल्स हैं, जिन्हों बड़े पर्दे पर देखने का अपना ही मज़ा है।

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