Coronavirus Outbreak: प्रसून जोशी ने लिखी कविता 'हां, घर में रहेगा देश'

कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया है। लॉकडाउन के समर्थन में आमजन से लेकर फिल्म इंडस्ट्री के लोगों खड़े हैं। इस कड़ी में प्रसून जोशी भी हैं। प्रसून ने लॉकडाउन के समर्थन में एक कविता लिखी है। 'घर में रहेगा देशा' नाम इस कविता को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है। 
prasoon joshi recites a poem in support of lockdown
हिन्दी फिल्म जगत के मशहूर गीतकार प्रसून जोशी ने अपने सोशल मीडिया पर एक कविता लिखी है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। वह कविता सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। दरअसल, देश में कोरोना वायरस के बढ़ते ख़तरे को देखते हुए 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया है। 

बॉलीवुड के सितारों ने भी भारतीय सरकार द्वारा लिए गए लॉकडाउन के फैसले का समर्थन किया है। न सिर्फ समर्थन कर रहे हैं, बल्कि लोगों को जागरुक करने के लिए सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। 

वहीं गीतकार प्रसून जोशी ने कविता लिख कर लोगों को लॉकडाउन के समर्थन के लिए कहा है। उन्होंने इस कविता को देशवासियों को समर्पित किया है। प्रसून की इस कविता को सोशल मीडिया पर काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। 

प्रसून जोशी द्वारा लिखी गई कविता कुछ इस प्रकार है...

हाँ घर में रहेगा देश

इस देश को प्यार बुजुर्गों से,
यहाँ ख़ुद से पहले अपने हैं,
कर्तव्य यहाँ पहले आता,
और बाद में आते सपने हैं,
बस यह ही एक संदेश,
हाँ घर में रहेगा देश।

इक्कीस दिन का उपवास लिए,
जीवन की लम्बी साँस लिए,
सीमा रेखा ना तोड़ेंगे,
एक संयम एक विश्वास लिए,
चलो मन को दें आदेश,
हाँ घर में रहेगा देश।

संकल्प नया एक करते हैं,
चलो मिल कर पीड़ा हरते हैं,
इस देश के रहने वाले तो,
हर दिन ही तपस्या करते हैं,
बढ़ जाने दो यह केश,
हाँ घर में रहेगा देश।

- प्रसून जोशी

प्रसून जोशी अक्सर महत्वपूर्ण मुद्दों पर कविताएं लिखते हैं। उनकी कविता 'मैं देश नहीं मिटने दूंगा' को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार पढ़ चुके हैं। 

देशभक्ति और राष्ट्रवाद को लेकर एक बार प्रसून जोशी ने कहा था कि मुझे कई बार बड़ा अजीब लगता है जब कोई इस तरह की बात करता है। देशप्रेम या राष्ट्रवाद बेहद प्राकृतिक सी बात है।