दूरदर्शन आज ही के दिन हुआ था 'रंगीन'

डीडी न्यूज़ ने अपने ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी है कि आज ही के दिन यानी 25 अप्रैल को दूरदर्शन का कलर टेलीकास्ट स्टार्ट हुआ था। वहीं सोशल मीडिया यूज़र्स ने दूरदर्शन के 'लोगो' और 'म्यूजिक' को लेकर भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये। 

doordarshan color telecast
देशभर में लॉडाउन के चलते एक बार फिर से दूरदर्शन के दिन लौट आये हैं। अभी तक लोगों की अनदेखी सह रहा दूरदर्शन बीते तीन सप्ताह से टीआरपी का बेताज बादशाह बना हुआ है। 

दरअसल, दूरदर्शन पर 'रामायण', 'महाभारत', 'सर्कस', 'शक्तिमान', 'बुनियाद' सरीखे कई पुराने हिट धारावाहिकों को प्रसारण किया जा रहा है, जो दर्शकों को टीवी स्क्रीन से बांधे हुए हैं। 

वहीं दूरदर्शन के लिए आज का दिन काफी अहम है। इस बात की जानकारी डीडीन्यूज़ ने अपने ट्विटर हैंडल से दिया है। 


दरअसल, साल 1982 में 25 अप्रैल को दूरदर्शन 'रंगीन' हुआ था। यानी 38 साल पहले दूरदर्शन का कलर टेलीकास्ट का पहला टेस्ट रन शुरू हुआ था। 

इससे पहले दूरदर्शन को केवल ब्लैक एंड वाइट ही देखा जा सकता था। रंगीन शुरुआत इसके लोगो में रंग भरने से हुई थी।


अब डीडीन्यूज़ ने अपने ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी, तो सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर अपनी जमकर प्रतिक्रिया भी दी। 


किसी ने इसके संगीत के बारे में लिखा कि आज भी इसका संगीत कानों में रस घोल देता है, तो वहीं कुछेक ने इस मौके पर इंदिरा गांधी को भी याद किया। उनका कहना है कि इंदिरा गांधी की वजह से यह संभव हुआ, नहीं तो इसे लेकर तब भी बड़ी बहस शुरू हो चुकी थी। 


जानकारी के लिए बता दें कि दूरदर्शन के 'लोगो' का कॉन्सेप्ट नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन यानी एनआईडी ने तैयार किया था और इसे देवाशीष भट्टाचार्य ने क्रिएट किया था। दिलचस्प बात यह है कि देवाशीष अपने क्लासरूप प्रोजेक्ट के लिए लोगो तैयार कर रहे थे, जो बाद में भारत का इतिहास बन गया।

देवाशीष द्वारा बनाये गए इस 'लोगो' को इंदिरा गांधी ने चुना था। वहीं इस 'लोगो' का एनिमेशन आर मिस्त्री ने तैयार किया था। मिस्त्री भी एनआईडी के ही स्टूडेंट थे। जबकि इसका संगीत उस्ताद अली अहमद हुसैन खान और पंडित रवि शंकर ने तैयार किया था।

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