सतीश कौशिक 'कोविड 19' से ग्रस्त बच्चों को लेकर दी सलाह

सतीश कौशिक हाल ही में कोरोना से उबरे हैं। वहीं उनकी 8 वर्षीय बेटी वंशिका भी कोरोना संक्रमित हो गई थी, जो एक महीने बाद ठीक होकर अस्पताल से घर लौटी है। कोरोना की दूसरी लहर में बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में सतीश कौशिक मे महाराष्ट्र सरकार से कहा कि कोविड-19 से पीड़ित बच्चों के लिए उचित देखभाल केंद्र और अस्पतालों की व्यवस्था करने की आवश्यकता है।

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सतीश कौशिक हाल ही में कोरोना वायरस के संक्रमण से उबरे हैं। कोविड-19 से पॉज़िटिव पाए जाने के बाद वो कुछ दिन होम क्वारंटाइन रहे, लेकिन बाद में वो अस्पताल में भर्ती हो गए। हालांकि, अब वो कोरोना संक्रमण से निजाद पाए गए हैं, लेकिन बीते दिनों अपनी आठ वर्षीय बेटी और हेल्पर के कोरोना संक्रमित होने के कारण परेशान हो गए थे।

बता दें कि सतीश की बेटी वंशिका तकरीबन एक महीने अस्पताल में भर्ती रही और हाल ही में वो ठीक हो कर घर लौटी है। अपनी बेटी के संघर्ष को देखकर सतीश कौशिक ने महसूस किया कि यह बच्चों के लिए कठिन समय है।

इस बारे में उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर, जिसमें वो कह रहे हैं, 'यह दूसरी लहर है और बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। यह एक गंभीर मामला है, जिससे हमारी सरकार को निबटना होगा। बच्चों के लिए उचित देखभाल केंद्र और अस्पतालों की व्यवस्था करने की आवश्यकता है। उन्हें बाल रोग विशेषज्ञों और नर्सों की एक विशेष टीम शामिल करनी चाहिए, जो बच्चों को पर्याप्त रूप से संभाल सकें।'

एक्टर-डायरेक्टर सतीश कौशिक का कहना है कि अपनी बेटी के इलाज के दौरान उन्होंने जो अनुभव किया वह दर्दनाक था। वे कहते हैं, 'जब मेरी बेटी वंशिका को अस्पताल के बिस्तर की जरूरत थी, तो मैं उसके लिए एक व्यवस्था करने में कामयाब रहा, लेकिन वह उस अस्पताल में नहीं थी, जो बच्चों का इलाज करता है या बच्चों के साथ कोविड-19 संबंधित मुद्दों से निबटने के लिए सुविधाएं हैं। बच्चों को मल्टी-सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम का पता चल रहा है और वंशिका को भी कई परीक्षणों से गुजरना पड़ा। जब यह स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की बात आती है, तो हम तुरंत बच्चों के बारे में नहीं सोचते हैं।'

वहीं इस समस्या के समाधान को लेकर बात करते हुए सतीश कहते हैं कि हर अस्पताल को तैयार करने की आवश्यकता है और बच्चों के लिए एक वार्ड होना चाहिए और माता-पिता के रहने के लिए प्रावधान करना चाहिए। यह एक डरावनी स्थिति है और चीजें खराब हो रही हैं। यह समय की जरूरत है और हमें उसी के लिए सोचना और प्रावधान करना शुरू करना चाहिए।

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