आमिर खान ने जोड़े मीडिया के हाथ

अब आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान को मीडिया के सामने हाथ जोड़ने की नौबत क्यों और कब आ गई। राकेश ओम प्रकाश मेहरा की फिल्म 'रंग दे बसंती' के दस होने के उपलक्ष्य में फिल्म की पूरी कास्ट मीडिया के सामने आई। इसी दौरान पत्रकारों से बात करते हुए आमिर ने अपने दुखते दर्द को साझा करते हुए कहा कि 'असहिष्णुता' पर दिए मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया। मैं और मेरा परिवार देशभक्त हैं। नवंबर में दिए बयान के बाद उनकी छवि को काफी नुकसान हुआ है और उसी बयान के बाद एक नई बहस की शुरू हो गई। अपनी छवि सुधारने के लिए आमिर ने अपील किया।

आमिर खान का कहना है कि भारत कभी नहीं छोडूँगा
मुंबई। 'असहिष्णुता' पर बयान देने के बाद बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान ने मीडिया के सामने हाथ जोड़ लिए। पिछले साल नवंबर में आमिर का बयान कि वह कई घटनाओं से चौकन्ना हो गए हैं और यहां तक ​​कि उनकी पत्नी किरण राव ने कहा था कि उन्हें शायद देश छोड़ देना चाहिए। उनकी इस टिप्पणी से भारत में उनके विरोध शुरू हो गया।

आमिर की छवि को भी काफी नुकसान हुआ। हालांकि, उनके समर्थन में कई लोग उतरे भी और कई बॉलीवुड सेलिब्रेटी ने उनका विरोध भी किया। बात सिर्फ इतनी ही नहीं हुई, बल्कि उन्हें 'अतुल्य भारत' के ब्रांड एम्बेसडर से भी हाथ धोना पड़ा।

दी अपनी सफाई

हाल ही में राकेश ओम प्रकाश मेहरा की साल 2006 में आई फिल्म 'रंग दे बसंती' के दस साल होने के उपलक्ष्य में पत्रकार वार्ता में शरीक हुए आमिर ने अपने दर्द को बयां किया।

आमिर ने कहा कि न तो वे देश छोड़ने का विचार कर रहे हैं और न ही कभी करेंगे। वे देश की तारीफ में कहते हैं कि भारत की तरह कोई भी देश विविध नहीं है। मैंने कभी नहीं कहा कि भारत असहिष्णु है या मैं देश छोड़ना चाहता हूं।

अपने बयान से आहत हुए लोगों के बारे में कहा कि मैं उन लोगों की भी भावनाओं को समझता हूं जो आहत हुए हैं। मैं कहना चाहूंगा कि मेरे बयान को गलत रूप में समझा गया और कुछ हद तक मीडिया भी इसके लिए जिम्मेदार है। लोगों से कहा गया कि मैं देश छोड़ना चाहता हूं। मेरे बारे में गलत बात फैलाई गई, अगर कोई मुझसे कहे कि वो देश छोड़ना चाहता है, तो मुझे भी खराब लगेगा। मैंने यहां जन्म लिया और यहीं मरूंगा।

आमिर अपनी सफाई में कहते हैं, "हमारा देश कई भाषाओं, संस्कृति के साथ विविधता भरा है, किसी अन्य देश में भारत जैसी विविधता नहीं है। आमिर ने कहा कि जब कभी मैं विदेश जाता हूं मैं दो हफ्ते से ज्यादा अपने देश से दूर नहीं रहता। "

आमिर ने अपनी सफाई में प्रधानमंत्री मोदी का भी जिक्र किया। आमिर ने कहा, "प्रधानमंत्री भी कहते हैं कि जहर मत फैलाइए। मैं भी यही कहता हूं, हमें मिलजुलकर रहना चाहिए"। इसके साथ ही आमिर ने पत्रकारों से कहा कि इस पूरे विवाद से मेरा नाम थोड़ा बिगड़ गया है, आप सब लोग थोड़ा सुधारें।

'अतुल्य भारत' पर बोले

आमिर ने 'अतुल्य भारत' अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में उनकी सेवाएं समाप्त करने के भारत सरकार के फैसले से सहमति जताई। इसके बारे में उन्होंने कहा, "ब्रांड एंबेसडर के रूप में मेरी सेवाएं खत्म करने के भारत सरकार के फैसले का मैं सम्मान करता हूं"।

आमिर कहते कहते हैं, "यह मेरे लिए गर्व और खुशी की बात है कि मैं 10 साल तक 'अतुल्य भारत' अभियान का ब्रांड एंबेसडर रहा। अपने देश की सेवा करते हुए मैं खुश था और आगे भी देश सेवा करता रहूंगा। ' उनके मुताबिक़, "मुझे पूरा भरोसा है कि सरकार जो भी कदम उठाएगी वह देशहित में बेहतर होगा। मैं ब्रांड एंबेसडर रहूं या न रहूं, लेकिन भारत मेरे लिए हमेशा अतुल्य रहेगा"।

देश भक्तों का खानदान

आमिर अपने घर को छोटा हिन्दूस्तान बताते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी हिन्दू है, उनके दोनों जीजा हिन्दू हैं और उनके तीनों बच्चे आधे हिन्दू और आधे मुसलमान हैं। आमिर ने कहा कि हमारे घर में कभी भी धर्म की बात नहीं होती। सबसे पहले हम इंसान हैं, फिर भारतीय।

वे अपने खानदान के इतिहास से लोगों को अवगत कराते हुए कहते हैं, "मेरे परदादा अबुल कलाम आजाद ने देश के लिए बहुत कुछ किया है। मैं दुखी हूं क्योंकि देश के लोग दुखी हैं। मैं देश से बेहद प्यार करता हूं "।

नहीं देना था 'बोल्ड बयान'

देश में बढ़ती असहिष्णुता पर बहस के बीच अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा है कि आमिर खान 'बोल्ड बयान' नहीं देना चाहिए था। अक्षय ने जयपुर के साहित्य उत्सव में कहा, "हर देश में ऊंच-नीच होती रहती है, लेकिन किसी को भी ऐसे बोल्ड बयान नहीं देने चाहिए। देश में बहुत सी अच्छी चीजें भी हैं, जिनके बारे में हम बात नहीं करते हैं"।

वहीं अभिनेता और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी कहा कि बॉलिवुड के कुछ नादान लोग असहिष्णुता की बातें कर रहे हैं और वो उनसे सहमत नहीं हैं।

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