‘फुल्लू’ को मिला ‘ए’ सर्टिफिकेट, ट्विटर पर मचा बवाल

एक बार फिर सेंसर बोर्ड अपने फैसले को लेकर चर्चा में आ गया है। इस बार शारिब हाशमी की फिल्म ‘फुल्लू’ को सेंसर बोर्ड ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया है। बोर्ड के इस फैसले पर उसकी जमकर ट्विटर पर आलोचना हो रही है। बता दें अभिषेक सक्सेना के निर्देशन में बनी यह फिल्म मासिक धर्म की समस्या पर आधारित है। 

फुल्लू को मिला ए सर्टिफिकेट
मुंबई। केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड यानी सेंसर बोर्ड अपने फैसले को लेकर एक बार फिर घिर गया है। कुछ दिनों पहले ही ‘लिपस्टिक अंडर माय बुर्का’ को भारत में बैन करने के फैसले को लेकर सेंसर बोर्ड सुर्खियों में आया था। अब मासिक धर्म की समस्या से जुड़ी फिल्म ‘फुल्लू’ को सेंसर बोर्ड ने ‘ए’ सर्टिफिकेट दे दिया है। 

शारिब हाशमी की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म की कहानी ‘फुल्लू’ नाम के लड़के की है, जिसे शहर जाकर सैनेटरी नैपकीन के बारे में जानकारी मिलती है। इसके बाद वो अपने गांव महिलाओं के लिए उचित कीमत पर सैनटरी नैपकीन बनाने का फैसला करता है। 

‘फुल्लू’ का यह फैसला गांव के लोगों के गले नहीं उतरता है। इसलिए उसको गांव के लोगों की कई बातें सुननी पड़ती हैं, विरोध का सामना करना पड़ता है। फिल्म को स्कूल की किशोरियों और महिलाओं को ध्यान में रखकर बना गया है, लेकिन फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट मिलने से अब स्कूल जाने वाली लड़कियां इस फिल्म को नही देख पाएंगी। 

फिल्म निर्देशक अभिषेक सक्सेना सेंसर बोर्ड के फैसले से ख़ासे नाराज़ हैं। उन्होंने कहा कि सैनेटरी नैपकीन्स मुद्दे पर आ रही दूसरी फिल्म को यक़ीनन ‘ए’ सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा, क्योंकि वह फिल्म अक्षय कुमार की है। 

ग़ौरतलब है कि अक्षय कुमार की इसी मुद्दे पर ‘पैडमेन’ नाम की फिल्म आ रही है, जिसे उनकी पत्नी ट्विंकल ने खन्नी ने प्रोड्यूस किया है और आर बाल्की ने निर्देशित किया है। फिल्म में अक्षय के अपोजिट राधिका आप्टे हैं। 

फिल्म ‘फुल्लू’ को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिलने से सिर्फ निर्देशक ही नहीं नाराज़ हुए, बल्कि ट्विटर पर भी लोग अपना विरोध दर्ज़ करवा रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि जिस फिल्म को देश में टैक्स फ्री होना चाहिए, उसे सेंसर बोर्ड ‘ए’ सर्टिफिकेट दे रहा है।

एक ट्विटर यूज़र ने लिखा है, 'मासिक धर्म से जुड़ी शिक्षा किशोरियों के लिए ही सबसे ज़्यादा ज़रूरी है, तो इस फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट क्यों दिया गया। 

वहीं फिल्म ‘फुल्लू’ में अहम भूमिका निभा रही ज्योति शेट्टी ने कहा कि बोर्ड ने ‘फुल्लू’ को 'ए' सर्टिफिकेट दिया है। खुद मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट किस आधार पर दिया गया है। हमारी फिल्म का सब्जेक्ट टीनएजर्स के लिए जानना बेहद ज़रूरी है, लेकिन अब जबकि इसे 'ए' सर्टिफिकेट मिला है, तो दर्शको का वह वर्ग जिसके लिए यह फिल्म देखना ज़रूरी था, वो ही वंचित रह जाएगा। 

वहीं फिल्म ‘फुल्लू’ की एक स्पेशल स्क्रीनिंग दिल्ली में रखी गई थी। इस फिल्म को देखने के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हैरानी जताते हुए कहा कि सेंसर बोर्ड ने किस ‘फुल्लू’ को 'ए' सर्टिफिकेट दिया है। 

मनीष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सेंसर बोर्ड ने एक ऐसी फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दिया है, जिसका मक़सद दर्शकों का सिर्फ मनोरंजन करना नहीं, बल्कि देश की महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के जागरूक करना भी है।

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