अभय देओल को ‘ख़ास’ तरीके से विश किया कटरीना कैफ ने

अभय देओल आज अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। इम्तियाज़ अली की फिल्म ‘सोचा न था’ से बॉलीवुड डेब्यू करने वाले अभय संजीदा अभिनेता के रूप में जाने जाते हैं। हालांकि, कुछ सालों से बॉक्स ऑफिस पर उनकी फिल्में कुछ ख़ास नहीं कर पा रही हैं। ख़ैर, इन दिनों वो शाहरुख खान की फिल्म ‘ज़ीरो’ में अपने कैमियो को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में वो कैट के अपोज़िट हैं। तभी तो कैट ने ख़ास अंदाज़ में उनको जन्मदिन मुबारक कहा। 

अभय देओल से कैट ने कहा मिले दोबारा
मुंबई। 15 मार्च 1976 में जन्मे अभय देओल ने साल 2005 में आई फिल्म ‘सोचा न था’ से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। हालांकि, वो काफी छोटी उम्र से ही स्कूल में ड्रामा और थिएटर में एक्टिंग किया करते थे। 

ख़ैर, अभय बॉलीवुड के मशहूर देओल परिवार से आते हैं। अभय, धर्मेंद्र के छोटे भाई अजीत सिंह देओल के बेटे हैं। उनकी मां का नाम ऊषा देओल है। अजीत भी एक एक्टर थे और सत्तर के दशक में कुछ फ़िल्मों में वो छोटे-छोटे किरदारों में नज़र आते थे।

फिलहाल बीते कुछ समय से अभय की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पा रही हैं। फिर भी उनकी गिनती मौजूदा दौर के बेहतरीन अभिनेताओं में की जाती है। अभय उन अभिनेताओं में शुमार किए जाते हैं, जो मुश्किल से मुश्किल किरदार को आसानी से निभा जाते हैं। 

जैसा कि पहले ही बताया कि अभय बॉलीवुड के देओल परिवार से आते हैं, जिनकी फिल्मों में जबरदस्त एक्शन देखने को मिलता है। यानी धर्मेंद्र हो या फिर सनी या बॉबी, सभी की पहचान एक्शन हीरो के रूप में होती रही है। लेकिन अभय अपने परिवार की इस परंपरा से हटकर फिल्मों का चयन करते रहे हैं। उन्होंने माचो-मैन बनने की जगह रियलिस्टिग कैरेक्टर्स पर फोकस किया। 

अभय का फिल्मी करियर

अभय ने साल 2005 में इम्तियाज़ अली की फिल्म ‘सोचा न था’ से अपना बॉलीवुड करियर शुरू किया। अपनी पहली फिल्म से ही अभय ने साबित किया कि उनके भीतर खालिस अभिनेता छुपा है। बाद में उनकी फिल्मों के चुनाव ने साबित कर दिया कि वे फिल्मों के विषय को लेकर भी काफी संजीदा हैं। 

‘सोचा न था’ के बाद ‘आहिस्ता-आहिस्ता’, ‘हनीमून ट्रेवल्स’, ‘एक चालीस की लास्ट लोकल’ और ‘मनोरमा सिक्स फीट अंडर’ आईं। इन सभी फिल्मों को मिला-जुला रिस्पॉस मिला। 

इसके बाद साल 2008 में दिबाकर बनर्जी की फिल्म ‘ओए लकी, लकी ओए’ रिलीज़ हुई। इस फिल्म को आलोचकों की काफी सराहनी मिली, लेकिन उन्ही दिनों हुए मुंबई अटैक की वजह से इस फिल्म को दर्शक न मिल पाए। इस वजह से अच्छी फिल्म और बेहतरीन एक्टिंग के बावजूद भी इस फिल्म को वो कामयाबी नसीन न हुई, जिसकी यह हकदार थी। ख़ैर, अभय के करियर की पहली बड़ी कामयाबी अनुराग कश्यप की साल 2009 की फिल्म ‘देव डी’ के रूप में मिली। देवदास के आधुनिकी रूपांतरण में अभय ने शानदार अभिनय किया था।

इसके बाद उनकी तीन फिल्म आई और गईं हुई। फिर साल 2011 में आई ‘ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा’ के लिए वो फरहान अख्तर और ऋतिक रोशन के साथ टीम-अप हुए। ज़ोया अख्तर की यह फिल्म भी कामयाब रही। साल 2013 में आई आनंद एल राय की फिल्म ‘रांझणा’ में भी अभय की अदाकारी की तारीफ हुई। इसमें वो सोनम कपूर के लव इंटरेस्ट बने थे। 

एक्टिंग के बाद प्रोडक्शन में भी अभय ने हाथ आजमाने का विचार किया और साल 2014 में वो प्रोडक्शन के क्षेत्र में आए और उन्होंने फिल्म ‘वन बाय टू’ का निर्माण किया। इस फिल्म में उनकी तब की गर्लफ्रेंड प्रीति देसाई लीड रोल में थीं। हालांकि, म्यूज़िक कंपनी से विवाद हो जाने की वजह से फिल्म का प्रमोशन नहीं हो पाया और फिल्म फ्लॉप हो गई। इस फिल्म में अभय ने काफी पैसा लगाया था और कर्ज़ भी लिया था। 

अभय आखिरी बार साल 2016 में आई फिल्म ‘हैप्पी भाग जाएगी’ में नज़र आए थे। इस वक्त अभय ‘नानू की जानू’, ‘फील्ड ऑफिसर’ के अलावा एक तमिल फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। इसके अलावा शाहरुख खान की फिल्म ‘ज़ीरो’ में वो कैमियो कर रहे हैं। इस फिल्म में वो कटरीना कैफ के बॉयफ्रेंड बने हैं। हाल ही में 'हैप्पी भाग जाएगी' के सीक्वल की भी घोषणा की गई है। पहली फिल्म की तरह इस फिल्म में भी अभय के होने के कयास लगाए जा रहे हैं। 

नाम की तरह हैं अभय

अपने नाम की ही तरह अभय निडर हैं। कई बार वो मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखते हैं। कुछ महीने पहले ही फेयरनेस क्रीम और फेसवॉश का विज्ञापन करने वाले कलाकारों को फेसबुक पर जमकर लताड़ा था।

कैट ने कहा ‘मिले दोबारा’

अपने कोस्टार को कटरीना कैफ़ ने खास तरीक़े से विश किया। उन्होने अभय के साथ एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें कैट के साथ अभय हैं और साथ में हैं केक। इस तस्वीर में लिखा है, ‘मिले दोबारा’। कटरीना कैफ डेली नाम के इंस्टाग्राम पेज पर यह तस्वीर शेयर की गई है। ग़ौरतलब है कि कटरीना कैफ ने अभय देओल के साथ फिल्म ‘ज़िंदगी न मिलेगी दोबारा’ में नज़र आई थीं।