फिल्म समीक्षा: परी

अनुष्का शर्मा के होम प्रोडक्शन में बनी फिल्म ‘परी’ आज रिलीज़ हो गई है। हॉरर सस्पेंस थ्रिलर जॉनर की इस फिल्म को प्रोसित रॉय ने निर्देशित किया है। अनुष्का के होम प्रोडक्शन की इस तीसरी फिल्म ने दर्शकों का कितना मनोरंजन किया, वो तो बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ही बताएगा। शादी के बाद रिलीज़ हुई अनुष्का की यह पहली फिल्म है। फिर आइए करते हैं समीक्षा...

फिल्म समीक्षा परी
फिल्म : परी
निर्माता : अनुष्का शर्मा, कारनेश शर्मा, प्रेरणा अरोड़ा और अर्जुन एन कपूर
निर्देशक : प्रोसित रॉय 
कलाकार : अनुष्का शर्मा, परमब्रता चटर्जी, रिताभरी चक्रवर्ती, रजत कपूर
संगीत : अनुपम रॉय
जॉनर : हॉरर सस्पेंस थ्रिलर
रेटिंग : 2/5

अनुष्का शर्मा के होम प्रोडक्शन की तीसरी फिल्म ‘परी’ के टीज़र और पोस्टर्स ने दर्शकों का काफी ध्यान खींचा। अब आखिरकार यह फिल्म सिनेमाघरों में उतर ही चुकी है। वैसे, अनुष्का दूसरी फिल्म में आत्मा और भूत की कहानी कहती नज़र आएंगी। पहले ‘फिल्लौरी’ में प्यारी सी भूतनी बन लोगों का दिल जीता, तो अबकी बार वो आपको ‘परी’ बन कर डराने आ रही हैं। ख़ैर, वो अपने मक़सद में किस हद तक सफल हुई हैं, जानने की कोशिश करते हैं। 

कहानी

फिल्म की कहानी अर्नब यानी परमब्रता चटर्जी और पियाली यानी रिताभरी चक्रवर्ती की मुलाक़ात से शुरू होती है। दरअसल, यह दोनों शादी के लिए एक-दूसरे से मिलने पहुंचते हैं। इस मुलाक़ात के बाद जब अर्नब अपने माता-पिता के साथ वापस लौट रहा होता है, तो उसी दौरान एक सड़क हादसा होता है। इस हादसे के बाद अर्नब की मुलाक़ात रुखसाना खातून यानी अनुष्का शर्मा से होती है। रुखसाना का पैर बेड़ियों से जकड़े हुए हैं। 

फिर किसी कारण अर्नब को रुखसाना को अपने घर ले जाना पड़ता है। अर्नब अपने घर में अकेले रहते है, और उसके माता-पिता किसी और जगह पर रहते हैं। अब कहानी में मोड़ तब आता है, जब हासिम अली यानी रजत कपूर की एंट्री होती है। हासिम अली कई सारे राज़ को फाश करता है और फिर इस तरह धीरे-धीरे कहानी पूरी खुलती जाती है। परीकथा के उस राज को जानने के लिए सिनेमाघर का रुख करें। 

समीक्षा

सबसे पहले फिल्म के निर्देशकन की बात करते हैं। इस फिल्म की कहानी पर अच्छी तरह से काम किया गया है। कई सीन्स काफी डरावने बन पड़े हैं। डायलॉग भी आपको झकझोरने कामयाब हैं। दर्शकों को सरप्राइज़ करने की क्षमता है। हालांकि, माहौल बनाने के लिए साउंड इफेक्ट का काफी इस्तेमाल किया गया है। 

वहीं अनुष्का का किरदार डर से ज्यादा घिन पैदा करता है। पहला हाफ अच्छा है, लेकिन सेकेंड हाफ आपको निराश करता है। 

यदि अभिनय की बात करें, तो अनुष्का की यह परफॉर्मेंस वाकई अब तक की उनकी बेहतरीन परफॉर्मेंस कही जा सकती है। परमब्रता चटर्जी ने भी शानदार काम किया है। वहीं फिल्म में रिताभरी चक्रवर्ती का किरदार जबरदस्ती ठूंसा हुआ सा लगा। वहीं रजत कपूर अपने किरदार के साथ न्याय करते दिखे। 

फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर केतन सोभा ने दिया है, जो कमाल का है। वहीं संगीत अनुपम रॉय का है। अनुपम का संगीत भी ठीक ही कहा जा सकता है, क्योंकि कोई गाना आपकी होठों पर बसता नहीं है। 

ख़ास बात

यदि अरसे से आप हॉरर जॉनर की फिल्म का इंतज़ार कर रहे हैं, तो इस फिल्म को जरूर देखें। हालांकि, फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिला है, तो अपने बच्चों को साथ ले जाने का खयाल छोड़ दें।

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