'अभी न जाओ छोड़ कर' को जावेद अख़्तर ने ट्विस्ट के साथ रिक्रिएट किया, शबाना आज़मी ने गा कर सुनाया

शबाना आज़मी ने अपने फेसबुक लाइव में जावेद अख़्तर से जुड़ा क़िस्सा शेयर किया, जिसमें शबाना द्वारा पूछे गए सवाल का एक हिन्दी गाने की तर्ज़ पर बड़े ही मज़ेदार तरीके से जावेद ने जवाब दिया। यह वाकई मज़ेदार है। 

javed akhtar answer to shabana azmi question
हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई जोड़े हैं, जिनकी बॉन्डिंग और प्यार की मिसालें दी जाती हैं। उन्हीं जोड़ियों में से एक है शबाना आज़मी और जावेद अख़्तर की जोड़ी। मौके-दर-मौके इनके बीच के प्यार की महक औरों को मिल ही जाती है। 

ऐसा ही एक बार फिर से देखने को मिला, जिससे साबित होता है कि उम्र के इस पड़ाव में भी जावेद अख़्तर, शबाना आज़मी के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने की नई-नई तरकीबे इजाद कर ही लेते हैं। 

हाल ही में शबाना आज़मी ने एक फेसबुक लाइव किया, जिसमें उन्होंने जावेद अख़्तर की हाजिर जवाबी का एक क़िस्सा शेयर किया। 

वह क़िस्सा कुछ यूं है कि एक दिन शबाना और जावेद दोनों ही भोजन कर रहे थे। इस दौरान जावेद खाते हुए कुछ-कुछ गिर जा रहा था। यह देख कर शबाना ने उनसे कहा, 'जावेद इस तरह तुम खाओगे, तो कितना तुम गिराओगे?'

शबाना के इस सवाल का जवाब देने के लिए जावेद अख़्तर ने नायाब तरीक़ा खोज निकाला, उन्होंने देव आनंद के मशहूर गाने 'अभी ना जाओ छोड़ कर कि दिल अभी भरा नहीं' के तर्ज पर एक नई रचना कर डाली। बता दें कि साल 1961 में आई फिल्म 'हम दोनों' का यह गाना मोहम्मद रफी और आशा भोसले की आवाज़ में है। 

जावेद ने इस रचना में जवाब देते हुए कहा, 'जो इस तरह से खाओगे, तो कितना तुम गिरओगे, जो सूप इस पे गिर गया, तो जानते तो होगा क्या? ये दाग धुल न पाएगा, ये दाग़ धुल न पाएगा... जो धोएगा, बताएगा के साबुन इस पे घिस दिया, ये दाग पर मिटा नहीं।'

इस वाकये को बताते हुए शबाना आज़मी अपनी मुस्कुराहट रोक नहीं पा रही थीं और उनकी सिंगिंग क्वालिटी भी साफ पता लगती है। शबाना न सिर्फ उम्दा अदाकारा हैं, बल्कि वो सुरीली भी हैं। बात ख़त्म करते हुए कहती हैं, 'इज़न्ट इट डिलाइटफुल (है न आनंददायक)'। 

इसका वीडियो जाने माने शेफ विकाश खन्ना ने शेयर किया है।


वहीं बाकी फिल्मी सितारों की तरह शबाना भी कोविड-19 के खिलाफ जंग में खूब भागीदारी दिखा रही हैं। हाल में इंदौर में मेडिकल स्टॉफ पर हुए हमले से शबाना काफी नाराज़ हुई थी और सोशल मीडिया पर अपनी नाराज़गी भी जाहिर की थी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, 'डॉक्टर तृप्ति और डॉक्टर रज़िया वाकई एक आदर्श हैं और जिन्होंने उन पर पथराव किया है, वो शर्मानांक और निंदनीय हैं।'

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