क्या आप जानते हैं 'जो जीता वो ही सिंकदर' एक उर्दू फिल्म है?

आमिर खान की सुपरहिट फिल्म 'जो जीता वो ही सिकंदर' एक उर्दू फिल्म है, जिसे उनके कज़न मंसूर खान ने निर्देशित किया था। इस फिल्म के लिए अक्षय कुमार ने ऑडिशन दिया और रिजेक्ट हो गए थे। वहीं फिल्म में दीपिक तिजोरी वाली भूमिका मिलिंद सोमण को मिली थी, जिन्होंने कुछ दिन की शूटिंग के बाद फिल्म छोड़ दी। 

aamir khan's film 'jo jeeta wohi sikandar' is a urdu film
यह फिल्म आज ही के दिन यानी 22 मई को साल 1993 में सिनेमाघरों में उतरी थी। इस फिल्म को उस साल का 'बेस्ट फिल्म' का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। फिल्म के बारे में दिलचस्प जानकारियां यहां पढ़िए। 

मशहूर निर्माता-निर्देशक नासीर खान के बेटे मंसूर खान ने इंटर कॉलेज कॉम्पटीशन पर बेस्ड एक फिल्म बनाई, जिसका नाम रखा 'जो जीता वो ही सिंकदर'। फिल्म में आमिर खान, आयशा जुल्का, पूजा बेदी, देवेन भोजानी, दीपिक तिजोरी, मामिक के अलावा आमिर के भाई फैज़ल खान, और भांजे इमरान खान भी नज़र आए थे। इस फिल्म से फराह खान की बतौर कॉरियोग्राफर शुरुआत हुई थी। हालांकि, एक ही गाना उन्होंने कॉरियोग्राफ किया था, लेकिन तब से उनके करियर की गाड़ी चल निकली। 

फिल्म की कहानी 

इंटर कॉलेज कम्पटीशन पर बेस्ड इस फिल्म देहरादून में सेट है। यहां दो तरह के इंटर कॉलेज हैं। अमीर परिवार के बच्चों के लिए राजपूत कॉलेज, जबकि गरीब बच्चों के लिए मॉडल स्कूल। इसके अलावा और भी कुछेक कॉलेजेस हैं, जैसे ज़ेवियर कॉलेज और लड़कियों के लिए क्वीन्स कॉलेज। अब इन इंटर कॉलेज कम्पटीशन मान-सम्मान का सवाल बनता है और सदा कमतर आंके गए मॉडल स्कूल के स्टूडेंट्स इसे जीत कर खुद साबित करते हैं। 

आमिर खान के कज़न मंसूर अली खान ने ही फिल्म 'क़यामत से क़यामत तक' को भी निर्देशित किया था, जिसने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता पाई थी। हालांकि, मंसूर 'जो जीता वही सिकंदर' को 'क़यामत से क़यामत तक' से पहले बनाना चाहते थे, जो कुछ कारणों से हो न सका। 

वहीं बता दें कि इस फिल्म में आमिर खान के बचनप की भूमिका उनके भांजे इमरान खान ने निभाई थी, आमिर के भाई फैज़ल खान भी इस फिल्म में छोटी सी भूमिका में दिखे थे। 

आमिर खान की 'उर्दू' फिल्म

जी हां, आमिर खान की फिल्म 'जो जीता वो ही सिकंदर' उर्दू फिल्म है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि यह तो उसके सर्टिफिकेट पर लिखा हुआ है। यक़ीन ना हो, तो फिल्म की शुरुआत में सीबीएफसी द्वारा दिया गया सर्टिफिकेट देख लें। 

अक्षय कुमार हुए थे रिजेक्ट

इस फिल्म में दीपिक तिजोरी यानी शेखर मल्होत्रा वाले किरदार के लिए अक्षय कुमार ने भी ऑडिशन दिया था, लेकिन वो रिजेक्ट हो गए। कहा जाता है कि वो बॉल के साथ अजीब तरीके से खेल रहे हैं, जिसकी वजह से उनको फिल्म में नहीं लिया गया। वहीं बाद में यह किरदार मिलिंद सोमण को मिला। मिलिंद ने कुछ दिन फिल्म की शूटिंग की, लेकिन बाद में फिल्म से अलग हो गए और इस तरह से दीपिका तिजोरी की फिल्म में एंट्री हुई। 

आयशा जुल्का का बहा खून 

एक इंटरव्यू में आयशा जुल्का ने खुद खुलासा किया था कि फिल्म 'जो जीता वो ही सिकंदर' के लिए उन्होंने खून बहाया है। दरअसल, शूटिंग के वक्त आयशा के साथ एक हादसा हो गया और उनके सिर पर चोट आ गई, जिससे उन्हें काफी खून भी बहा था। 

आयशा ने कहा कि फिल्म के क्लाइमैक्स के समय वो घायल हो गई थीं। खून काफी बह रहा था। शूटिंग को बीच में ही रोक दिया गया। सब लोग भाग कर उनके पास आ गए। वहीं आमिर काफी घबराए हुए थे और वो बर्फ लाने के लिए चिल्ला रहे थे। आमिर ने जल्दी से बर्फ का टुकड़ा उनके सिर पर लगाया। 

आयशा कहती हैं, 'मैं सिर्फ सबके एक्सप्रेशंस देख रही थी। मुझे सर्जरी करानी पड़ी। मुझे तीन दिनों के लिए आराम करने को कहा गया। यदि मैं अपने सिर को सीधा रखती, तो मेरी नाक से लेकर गले तक खून बहने लगता। ऐसे में फिल्म यूनिट का कहना था कि यदि शूट नहीं हो पाया, तो फिल्म के लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी।'

उन्होंने आगे बताया, 'मैंने मंसूर से कहा कि कोई बात नहीं। मैं शूट कर लूंगी। मुझे बस कोई ऐसी चीज दे दीजिए, जिससे मैं अपने स्टिजिस (टांके) छुपा सकूं। तब मुझे उन्होंने लाल कैप लगवाई। मैं अपने सिर को ऊपर ही रखती थी, और वैसे ही शूट किया। सब मुझे चिढ़ाया करते थे कि तुमने फिल्म के लिए अपना खून बहाया है।'

'अंजली' बनते-बनते रह गईं जूही

फिल्म में आयशा जुल्का वाला किरदार जूही चावला को ऑफर हुआ था, जिसके लिए वो मान गई थीं, लेकिन डेट की समस्या के चलते उन्होंने फिल्म से खुद को अलग कर लिया। इसके बाद फिल्म में गिरिजा शेट्टर को कास्ट किया गया। फिल्म की शूटिंग शुरू हुई और फिर उन्होंने फिल्म छोड़ दिया। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि गिरिजा फिल्म बनने में देरी के चलते फिल्म से अलग हुईं, तो वहीं कुछ का कहना है कि गिरिजा की एक्टिंग से मंसूर खान नाखुश थे। इसलिए आयशा जुल्का के साथ उन्हें रिप्लेस कर दिया गया। कहा जाता है कि प्रतिभा सिन्हा को भी इस भूमिका के लिए अप्रोच किया गया था। 

फराह खान को मिला मौका

इस फिल्म की कॉरियोग्राफी सरोज खान कर रही थीं। कुछ कारण के चलते वो गाना 'पहला नशा' को शूट करते वक्त वो आ न पाईं। ऐसे में सरोज खान की असिस्टेंट फराह खान को मौका दिया गया। इस मौके को फराह ने अच्छी तरह से भुनाया और इस गाने की कॉरियोग्राफी तक की। 

फरहा के लिए पूजा बेदी से डांस करवाना टेड़ी खीर बनता जा रहा था। ऐसे में फराह ने पूजा को कार पर खड़ा किया और स्टूडियो फैन चालू करवा दिया। इस तरह सॉन्ग 'पहला नशा' में पूजा ने मर्लिन मुनरो मूव रिक्रिएट करती देखी जा सकती हैं। 

'जो जीता वो ही सिकंदर' के रोचक तथ्य 

  • पूजा बेदी वाली भूमिका के लिए पहले नगमा को अप्रोच किया गया था, लेकिन नगमा दूसरे नंबर की अभिनेत्री के रूप में फिल्म नहीं करना चाहती थीं। साथ ही यह भी कहा कि 'गोल्ड डिगर' शब्द उनकी इमेज से मेल नहीं खाता। 

  • फिल्म 'जो जीता वो ही सिकंदर' में मामिक ने 'रतन' नाम की भूमिका निभाई थी। इस किरदार के लिए पहले आदित्य पंचोली को सिलेक्ट किया गया था, लेकिन किसी वजह से वो यह फिल्म कर नहीं पाए। मामिक की यह डेब्यू फिल्म थी। आज भी लोग उनको आमिर के भाई के रूप में पहचानते हैं।

  • यह फिल्म साल 1979 में आई हॉलीवुड फिल्म 'ब्रेकिंग अवे' से इंस्पायर्ड है। 

  • 'जो जीता वो ही सिकंदर' में संगीतकार जतिन पंडित, मॉडल-डीजे-एक्ट्रेस मारिया गोरेट्टी भी स्कूल कॉम्पटीशन वाले सीक्वेंस में नज़र आए थे।

  • लोकप्रिय टीवी अभिनेत्री मोना अंबेगांवकर ने भी इस फिल्म के लिए ऑडिशन दिया था, लेकिन हाइट ज्यादा होने के कारण उनको फिल्म में कास्ट नहीं किया गया।

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