SSR Death Case: CBI फिर से करवाएगी सुशांत के विसरा की जांच

सीबीआई सुशांत सिंह राजपूत के विसरा के बचे हुए बीस फीसदी हिस्से की जांच करवाएगी। अस्सी फीसदी हिस्से के इस्तेमाल मुंबई पुलिस पहले ही कर चुकी है। दरअसल, फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को विसरा या पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गड़बड़ी की आशंका लगी, जिसके बाद सीबीआई ने टेस्ट के लिए बाकी बचे सभी सुबूतों को मंगाया।

Sushant Singh Rajput remaining viscera sample will get clues to CBI
सुशांत सिंह राजपूत मामले की छानबीन कर रही सीबीआई के सामने हर दिन नई चुनौतियां आ रही हैं। अब ताजा मामला सबूतों की कमी है। 

रिपोर्ट्स की माने, तो सीबीआई जांच में फॉरेंसिक एविडेंस की काफी अहमियत है, लेकिन इस मामले में ज्यादा सबूत नहीं बचे हैं। हाल ही में मुंबई पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए, जो विसरा (शरीर के इंट्रेगल पार्ट्स जिसका इस्तेमाल मृत की जांच के लिए होता है) भेजे हैं, उनकी मात्रा बहुत कम बची है।

दरअसल, सैंपल इनवेस्टिगेशन में 80 फीसदी विसरा के सैंपल इस्तेमाल किया जा चुका है। अब सीबीआई की जांच के लिए सिर्फ 20 फीसदी विसरा के सैंपल ही बचे हुए हैं, जिसके इस्तेमाल जांच के दौरान किया जाएगा। 

ऐसे में सवाल यह है कि 20 फीसदी विसरा में क्या सीबीआई मामले की जांच ठीक तरह से कर पाएगी। 

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस मामले की जांच में यह 20 फीसदी विसरा भी काम आ सकते हैं और इतने से भी सुशांत केस की मर्डर मिस्ट्री सुलझाई जा सकती है।

सीबीआई को विसरा के सैम्पल्स के अलावा कलिना लैब ने सुशांत के कमरे से मिली दवाओं और सिगरेट बड्स भी सौंप दी हैं। गौरतलब है कि सीबीआई टीम 22 अगस्त को सुशांत की मौत मामले से जुड़े बाकी सुबूतों को लेने के लिए मुंबई के कूपर अस्पताल पहुंची थी। जहां पोस्टमार्टम किया गया था। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को विसरा या पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी गड़बड़ी की आशंका थी, जिसके बाद सीबीआई ने टेस्ट के लिए बाकी बचे सभी सुबूतों को मंगाया है।

सुशांत की पीएम रिपोर्ट 

सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर एक्सपर्ट का कहना है कि उनके गले पर फंदे का निशान बना हुआ है। गर्दन के पीछे यह निशान नहीं था, जबकि गर्दन की दाहिनी तरफ यह निशान ज्यादा गहरा था। वहीं गर्दन की मोटाई 49.5 सेंटीमीटर दर्ज की गई है, लेकिन उसी गर्दन पर बने फांसी के फंदे के निशान यानी लिगेचर मार्क्स की लेंथ 33 सेंटीमीटर लिखी गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि सुशांत की गर्दन का आकार और फंदे की वजह से गर्दन पर बने निशान का आकार अलग-अलग है। इन दोनों के आकार में करीब 16.5 सेंटीमीटर का अंतर है।

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