सलमान के बचाव में उतरे पिता सलीम खान

पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने के समर्थन में अभिनेता सलमान खान के बयान को लेकर उनके पिता सलीम खान ने आख़िरकार अपनी चुप्पी तोड़ ही दी। सत्तर के दशक के मशहूर पटकथा लेखक सलीम खान ने कटाक्ष करते हुए, एक के बाद एक कई ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली। अपने बेटे के समर्थन में उतरे सलीम ने एक न्यूज चैनल पर चुटकी ली।

अभिनेता सलमान खान के बयान को लेकर उनके पिता सलीम खान ने आख़िरकार अपनी चुप्पी तोड़ ही दी।सलीम ने कटाक्ष करते हुए, एक के बाद एक कई ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली। अपने बेटे के समर्थन में उतरे सलीम ने एक न्यूज चैनल पर चुटकी ली।
मुंबई। अभिनेता सलमान खान के पाक कलाकारों के समर्थन में विवादित बयान देने के बाद, उनके सलीम खान की प्रतिक्रिया के कई दिनों से इंतजार किया जा रहा था। जिस प्रतिक्रिया को लोगों को इंतजार था वो सोमवार को ट्विटर पर आ ही गई।

आपको बता दें कि हाल में सलमान ने कहा था कि भारत आने वाले पाकिस्तानी अदाकार कलाकार हैं आतंकवादी नहीं। वहीं निर्माता-निर्देशक करण ने कहा था कि इन कलाकारों पर बैन लगाना आतंकवाद का समाधान नहीं है। इन दोनो की विभिन्न वर्गों द्वारा और खासतौर से राज ठाकरे की एमएनएस द्वारा कड़ी आलोचना की जा रही है। 

मशहूर पटकथा लेखक सलीन खान के तेवर इस बार कुछ जुदा से थे। वो कटाक्ष और चुटकी भरे अंदाज़ में नज़र आए। एक अंग्रेजी न्यूज चैनल पर चुटकी लेने के साथ सलीम खान ने उन लोगों पर, कटाक्ष किया जो इस मुद्दे पर सलमान खान, करण जौहर, महेश भट्ट और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी पर निशाना साध रहे हैं। 

ट्वीट में सलीम ने कहा, 'ब्रेकिंग न्यूज, सईद, लखवी, मसूद को एक चैनल की मोस्ट वांटेड लिस्ट में सलमान खान, महेश भट्ट, करन जौहर और येचुरी से रिप्लेस कर दिया गया है'। 

तंज कसते हुए सलीम कहते हैं कि सभी लोग हमारे देश की एकता को खतरा है। फिर सलीम ने कटाक्ष करते हुए लिखा कि जेंटलमैन बड़ा दिल दिखाइए क्योंकि आप लोगों के मनोरजंन करने वाले जॉब में हैं। 

सलीम यहीं नहीं रूके वे आगे कहते हैं कि हौंसला रखिए सज्जनों, आप कम से कम मनोरंजन की दुनिया में है, आप चीखने चिल्लाने, लोगों को अपमानित और आहत करने के जॉब में नहीं है। मिस्टर येचुरी सतर्क रहें, शांति की बात करना आपको गद्दार बना सकता है।

फिर एक ट्वीट में सलीम ने लिखा, मिस्टर भट्ट हमारे देश में टीवी पर ड्रैमेटिक एक्टर्स की कमी नहीं है, फिर आप क्यों सरहद के पार देख रहे हैं। 

सलीम खान एक अन्य ट्वीट में इंदिरा गांधी के कथ्य को याद करते हुए लिखते हैं कि इंदिरा जी ने मॉस्को में एक अनाम सैनिक की कब्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा था कि युद्ध में जब भी गोली चलाई जाती है, ये एक मां के दिल तक चोट करती है।

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