संगीतकार अमाल मलिक ने कहा- 'अवॉर्ड गया भाड़ में...'

म्यूज़िक डायरेक्टर अमाल मलिक ने फेसबुक पोस्ट में अवॉर्ड्स को लेकर होने वाले पक्षपात पर सवाल खड़े किए हैं। अमाल ने नॉमिनेशन प्रॉसेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा- इस बार भी अपने और ख़ास लोगों पर मेहरबानी की गई और रियल टैलेंट को अनदेखा कर दिया गया। 

अमान मलिक ने अवॉर्ड नॉमिनेशन प्रोसेस पर सवाल उठाए
मुंबई। मुंबई में 14 जनवरी को 62वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का अनाउंसमेंट किया गया। कलाकार अपने अपने क्षेत्र में पुरस्कार हासिल करके गौरांवित हो रहे हैं और जो अवॉर्ड्स पाने से चूक रहे लोग भी खुद को दिलासा देते दिखाई दे रहे हैं।

वहीं हर बार की तरह इस बार भी कुछ लोग दबी ज़बान में अवॉर्ड्स पर 'फिक्स' होने का आरोप लगा रहे हैं। अवॉर्ड्स में इस तरह की धांधली के चलते ही आमिर खान और कंगना ने इन अवॉर्ड शोज़ को कबका अलविदा कह दिया है। 

वहीं शनिवार को हुए फिल्मफेयर अवॉर्ड की चर्चा के बीच संगीतकार अमाल मलिक का एक फेसबुक पोस्ट ख़बरों में आ गया है। दरअसल, आमिर ने 13 जनवरी को एक पोस्ट लिखा था, जिसमें उन्होंने अवॉर्ड के लिए होने वाले नॉमिनेशन प्रोसेस पर सवाल खड़े किए हैं। फिल्मफेयर अवॉर्ड के बाद यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

अमाल ने यह फेसबुक पोस्ट फिल्मफेयर अवॉर्ड से पहले लिखा था और इसमें किसी भी अवॉर्ड शो का नाम लिए बिना ही जूरी पर पक्षपात का आरोप लगाया है। अमाल ने अपने ही म्यूज़िक एल्बम का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें इस साल ‘बाग़ी’ और ‘कपूर एंड सन्स’ के लिए नॉमिनेट किया गया।

अमाल आगे लिखते हैं, ‘‘कपूर एंड संन्स’ अच्छा एल्बम है, लेकिन ‘बाग़ी’ से बेहतर इस साल दूसरे संगीतकारों के एल्बम थे। ‘बाग़ी’ का संगीत औसत था, जबकि ‘एमएस धोनी’ और ‘बार-बार देखो’ का संगीत बेहतर था’। 

‘नीरजा’, ‘कहानी’, ‘फितूर’ और ‘बैंजो’ के संगीत का जिक्र करते हुए अभिनय के लिए दिए जाने वाले अवॉर्ड्स पर भी टिप्पणी की। 

उन्होंने लिखा कि मुझे तो हैरानी होती है कि किस तरह आप एक स्टार किड को नवोदित कलाकार का अवॉर्ड थमा देते हैं, उस काम के लिए जिसे किसी ने देखा भी नहीं होगा। वहीं दिलजीत दोसांज, जिन्हें ‘उड़ता पंजाब’ के लिए पुरस्कार दिया जाना चाहिए था, वो कहीं नहीं हैं। फिल्म ‘सरबजीत’ में रणदीप हूडा ने रोल के लिए अपनी हड्डियां तक गला ली और नॉमिनेशन ऐश्वर्या रॉय को दिया गया। 

अमाल ने अपने पोस्ट के अंत में लिखा, ‘अवॉर्ड गया भाड़ में, लेकिन कम से कम हर साल कलाकार के काम को देखकर तो उसे नामांकित करो’। उन्होंने लिखा कि हो सकता है कि इस पोस्ट के बाद उन्हें दोबारा कभी भी नामांकित न किया जाए, लेकिन वह खुश हैं कि उन्होंने अपनी बात खुलकर कह दी है। मैं हमेशा अपना ओपिनियन रखूंगा और उस पर कायम भी रहूंगा।

ग़ौरतलब है कि अमाल मलिक एक संगीतकार परिवार से हैं और यह अपने भाई अरमान मलिक के साथ इन दिनों बॉलीवुड फिल्मों में संगीत दे रहे हैं। यह सरदार मलिक के पोते और अनु मलिक के भतीजे हैं। अमान के पिता डबू मनिक अभिनेता हैं। 

फिल्म ‘हीरो’ के गाने ‘ओ खुदा’ गीत से पहचान बनाने वाले सिंगर और म्यूजिक कम्पोजर अमाल मलिक साल 2014 में सलमान खान की फिल्म 'जय हो' से किया था। अमाल ने मुंबई के जमनाबाई नरसी स्कूल से बीकॉम किया है। इसके अलावा उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक से पियानो का कोर्स भी किया। अमाल अब तक 100 से ज्यादा विज्ञापनों के लिए जिंगल्स बना चुके हैं।

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