अमिताभ बच्चन ने कविता लिखकर खुद को कहा 'कमसुखन'

कोरोना वायरस से जंग के खिलाफ पीएम रिलीफ फंड को आर्थिक मदद देने के लिए कई सितारे आगे आए और राहत राशि की घोषणा भी की। ऐसे में अमिताभ बच्चन समेत और भी कई सितारों से सहायता राशि को लेकर सवाल किया गया, जिसके जवाब में अमिताभ बच्चन ने कलम उठा लिया और कविता के माध्यम से जवाब दिया। 
Amitabh bachchan recites poem on corona virus
सोशल मीडिया पर अमिताभ बच्चन कापी एक्टिव रहते हैं। तकरीबन हर रोज़ वो अपने फैन्स से रू-ब-रू होते रहते हैं। वहीं जब देश में लॉकडाउन है, तो भी अमिताभ अपने फैन्स से सोशल मीडिया के जरिये जुड़े हुए हैं। लोगों को कोरोना के खिलाफ लागातार जागरूक कर रहे हैं। 

अभी हाल ही में अक्षय कुमार ने पीएम रिलीफ फंड में 25 करोड़ का अनुदान दिया है, जिसके बाद बॉलीवुड के बड़े सितारों आमिर खान, शाहरुख खान, सलमान खान और अमिताभ बच्चन से सोशल मीडिया पर लगातार सवाल किये जा रहे हैं। 

सोशल मीडिया पर पूछे जा रहे सवालों के जवाब अमिताभ बच्चन ने कविता लिख कर दिया। अब इस कविता की काफी तारीफ़ें हो रही हैं। वहीं कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स का कहना है कि कविता के जरिये अमिताभ बच्चन ने 'उन' सितारों पर निशाना साधा है, जो अनुदान राशि को सरेआम जाहिर कर रहे हैं। 

अमिताभ बच्चन की कविता


एक ने दिया और कह दिया, कि दिया,
दूसरे ने दिया और कहा नहीं, कि दिया, 
दूसरी श्रेणी में ही रहने दो मुझे ऐ प्रीयजन ,
जिसे मिला, वो क्या जाने किसने दिया; 
जानो उसका बस करुण क्रंदन ।
इन हालातों में और क्या कहा जाए ,
जो जानें मुझे , जानें , मैं तो सदा स्वभाव से ही रहा हूँ कमसुख़न !

( कमसुख़न : कम बोलने वाला ) ~ अमिताभ


हालांकि, कुछ शाब्दिक ग़लतियां इस कविता में हैं, लेकिन अर्थ बिलकुल साफ है। अमिताभ इस कविता में साफ-साफ कह रहे हैं कि यदि आपने किसी की मदद की है, तो उसका ढंका न बजाये। राहत राशि से जिसको राहत मिले, उसके लिए खुश होने की बात कह रहे हैं और साथ ही दान देकर ढंका बजाने वाली श्रेणी से वो खुद को अलग मानते हैं। इसे कुछ लोगों ने अक्षय कुमार पर निशाना भी बताया है। 

बता दें कि अक्षय कुमार, ऋतिक रोशन, कार्तिक आर्यन, करण जौहर समेत कई सितारों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है और उन्होंने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया पर भी जाहिर की है।

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