जया-अमिताभ : छोटी सी ‘गुड्डी’ का ‘लंबू’ दूल्हा

अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की शादी को 44 साल हो गए हैं। ग्लैमर के आकाश का यह वो जोड़ा है, जिसे आदर्श युगल कहा जाता है। वो इंडस्ट्री जहां रिश्ते-नाते बनते-बिगड़ते, टूटते-संवरते रहते हैं, वहीं ये दोनों एक-दूजे का हाथ थामें अभी-भी साथ हैं।

जया अमिताभ बच्चन शादी का एक रस्म निभाते हुए
मुंबई। महानायक अमिताभ बच्चन और अभिनेत्री जया भादुड़ी बच्चन। एक ऐसी जोड़ी, एक ऐसी इंडस्ट्री में जहां रिश्ते सुबह बनते हैं और शाम आते-आते बदल जाते हैं। वहां ये दोनों लगातार 44 सालों से साथ हैं। साथ में धूप-छांव सब सहते आए हैं। इनके रिश्ते पर अख़बारों के पन्ने रंगे गए, कभी अमिताभ की बेवफाइयों के क़िस्से गढ़े गए, लेकिन जया का उन पर अटूट विश्वास कायम रहा है। 

ख़ैर, एक औसत दर्जे से छोटे कद की लड़की, लेकिन जबरदस्त अदाकारा का दिल एक ‘लंबे’ कद के अभिनेता पर आ गया। उस अभिनेता को भी जीवन संगिनी के रूप में एक आधुनिक, लेकिन पारंपरिक लड़की चाहिए थी। संजोग दोनों मिल भी गए। 

अब इनकी पहली मुलाक़ात की बात करें, तो यह ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म ‘गुड्डी’ के सेट पर पहली बार मिले। लेकिन काफी कम लोगों को पता है कि जब जया पुणे में पढ़ाई कर रही थीं, तभी उनके मन के कोने में अमिताभ बस गए थे। दरअसल, साल 1969 में अमिताभ बच्चन फिल्म ‘सात हिंदूस्तानी’ के लिए पुणे गए थे। 

वहां अमिताभ को देखकर जया की सहेलियां उन्हें ‘लंबू-लंबू’ कह कर चिढ़ा रही थी, लेकिन जया, अमिताभ को लेकर संजीदा थीं। जया की नज़रों में अमिताभ कवि हरिवंश राय बच्चन के संस्कारी बेटे थे। लेकिन जया के मन में तब तक अमिताभ की छवि एक ज़हनी इंसान भर की थी। अमिताभ के प्रति उनके मन में प्रेम या सहानुभूति तो बाद में पैदा हुई। 

दरअसल, हुआ यह था कि पहले ऋषिकेश मुखर्जी ने फिल्म ‘गुड्डी’ के लिए अमिताभ को कास्ट किया, लेकिन बाद में अमिताभ को फिल्म से अलग कर दिया। इस घटना के बाद अमिताभ के लिए जया के मन में सहानुभूति फिर प्रेम का अंकुरण हुआ। 

वहीं अमिताभ ने भी एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उन्होंने सबसे पहले जया को एक मैग़ज़ीन के कवर पर देखा था। जया की तस्वीर देखते हुए अमिताभ ने कहा था कि मुझे भी ऐसी ही जीवन संगिनी चाहिए, जो आधुनिक हो और पारंपरिक भी हो। अमिताभ के पैरामीटर में जया बिलकुल फिट बैठती थीं। 

वहीं जया की तरफ आकर्षित होने के बारे में उन्होंने बताया था कि जया कि आंखे बहुत खूबसूरत हैं, जिसकी वजह से मैं उनकी तरफ खींचा चला आया। 

बाबूजी, विदेश और ब्याह 

जया बच्चन और अमिताभ बच्चन शादी के बाद साथ में अजिताभ और हरिवंश राय बच्चन भी हैं

अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की शादी का क़िस्सा भी कम दिलचस्प नहीं है। दरअसल, साल 1973 में आई फिल्म ‘जंजीर’ बॉक्स ऑफिस पर कामयाब रही। इस कामयाबी की खुशी में अमिताभ और जया विदेश जाना चाहते थे। वहीं कुछ दिन छुट्टी के बिताना चाहते थे। लेकिन अमिताभ के पिता कवि हरिवंश राय बच्चन ने विदेश जाने से पहले एक शर्त रख दी। 

शर्त के मुताबिक़ अमिताभ और जया को विदेश जाने से पहले शादी करनी होगी। हालांकि, दोनों ने पहले ही शादी का फैसला ले लिया था, लेकिन कुछ समय बाद करना चाहते थे। अब ऐसे में जब ‘बाबूजी’ ने कहा, तो दोनों ने तभी शादी के लिए ‘हां’ कह दिया। 

फिर बेहद सादे समारोह में 3 जून 1973 को अमिताभ और जया की शादी कर दी गई। मज़ेदार बात यह है कि दोनों की शादी के लिए इंवीटेशन कार्ट नहीं छपा था, बल्कि हरिवंश राय बच्चन ने करीबियों को अपने हाथ से पत्र लिखकर शादी की सूचना दी थी।

संबंधित ख़बरें