नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी ने बॉलीवुड में ‘रंगभेद’ की ओर किया इशारा

अपनी अदाकारी का लोहा मनवाने वाले नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी ने फिल्म इंडस्ट्री में होने वाले ‘रंगभेद’ की ओर इशारा किया है। उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से बेहद ही चुभती हुई बात कही है। दरअसल, यह ट्वीट नवाज़ ने फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज़’ के कास्टिंग डायरेक्टर के एक इंटरव्यू के बाद किया। 

नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी ने क्यों कहा कि वो काले हैं
मुंबई। उम्दा अभिनेताओं में शुमार नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी ने रंग के आधार पर फिल्म इंडस्ट्री में होने वाले भेद-भाव की ओर इशारा किया है। हाल में उन्होंने अपने ट्विटर पर कुछ ऐसा लिखा, जो काफी चुभने वाला सच है। 

नवाज़ ने ट्वीट किया कि मुझे अहसास दिलाने का शुक्रिया कि मैं किसी गोरे और हैंडसम के साथ काम नहीं कर सकता, क्योंकि मैं सांवला हूं और मैं दिखने में भी अच्छा नहीं हूं, लेकिन मैंने कभी उन चीज़ों पर ध्यान नहीं दिया है। 

43 वर्षीय अभिनेता का यह ट्वीट उन लोगों के मुंह पर करार तमाचा है, जिन्होंने रंग-रूप को तवज्जो देते हुए, कभी उनको काम देने से इनकार कर दिया था। अभी कुछ दिनों पहले ही नवाज़ ने एक इंटरव्यू के दौरना कहा था कि एक दौर ऐसा भी था, जब टेलीविज़न सीरियल्स में भी कोई उनको काम नहीं देता था। 

इसी इटरव्यू में नवाज़ ने कहा था कि मेरे आउटसाइडर होने की वजह से लोगों ने तो यह तक कहा था कि मैं अभिनेता की तरह दिखता ही नहीं। अभिनेताओं की तरह न तो तुम्हारे पास सिक्सपैक ऐब्स हैं और न ही तुम लंबे-चौड़े और हैंडसम हो। यहां तक भी कहा था कि मेरे लुक्स को लेकर भी लोग मुझे जज करते थे। 

यह है पूरा मामला

आखिर नवाज़ इतने नाराज़ क्यों हो गए, जो इतना कड़वा ट्वीट कर बैठे। दरअसल, फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज़’ के कास्टिंग डायरेक्टर संजय चौहना ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वे गोरी और खूबसूरत हिरोइन को नवाज़ के अपोजिट कास्ट नहीं कर सकते थे। 

चौहान ने कहा था कि फिल्म की स्क्रिप्ट के साथ नवाज़ का नाम तय था। पहले इस फिल्म के लिए चित्रांगदा सिंह को कास्ट किया गया था, लेकिन चित्रांगदा ने यह फिल्म छोड़े दी। 

चित्रांगदा कि फिल्म छोड़ने के बाद एक नए सिरे से हिरोइन की तलाश शुरू हुई। नवाज़ के हिसाब से ही हिरोइन लेनी थी, क्योंकि उनके अपोज़िट कोई साफ रंग की एक्ट्रेस नहीं ली जा सकती थी। 

ख़ैर, जैसाकि नवाज़ ने अपने ट्वीट में कहा कि उन्होंने कभी लुक्स पर फोकस ही नहीं, तो इन बातों से उनको कोई फर्क़ नहीं पड़ेगा। फिर भी इस एक बात के सामने आने के बाद यह समझ में आता है कि न तो इंडस्ट्री में ‘लुक्स’ कितना मायने रखता है। 

नवाज़ अपने करियर की गाड़ी अपने हुनर के पैट्रोल से पूरी रफ्तार से चलाए जा रहे हैं। वो हाल ही में श्रीदेवी के साथ फिल्म ‘मॉम’ में एक अलग अंदाज़ में नजर आए थे, तो वहीं रणबीर कपूर के साथ फिल्म ‘जग्गा जासूस’ दिखे। फिलहाल टाइगर श्रॉफ के साथ ‘मुन्ना माइकल’ और ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज़’ में नज़र आएंगे।

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