‘मॉम’ की रिलीज़ डेट है श्रीदेवी के लिए ख़ास

अदाकारा श्रीदेवी अपने सिने करियर के पचासवें साल में हैं और जल्दी ही उनकी 300वीं फिल्म रिलीज़ होने जा रही है। दिलचस्प बात तो यह है कि श्रीदेवी की 300वीं फिल्म उनकी फिल्म इंडस्ट्री में आने की तारीख़ पर ही रिलीज़ हो रही है।

मॉम श्रीदेवी की 300वीं फिल्म है
मुंबई। इस अभिनेत्री के करियर में चुलबुले किरदार हैं, तो गंभीर किरदार भी हैं। पेड़ के आगे-पीछे नाचने वाली अदाकारा भी बनी, तो फिल्म में सशक्त महिला के चरित्र को भी बखूबी निभाया।

जी हां, हम बात कर रहे हैं अभिनेत्री श्रीदेवी की। जल्दी ही उनकी 300वीं फिल्म रिलीज़ होने जा रही है। ख़ास बात यह है कि यह फिल्म उस तारीख़ को रिलीज़ हो रही, जब श्रीदेवी ने अपने सिने करियर का आगाज़ किया था। श्रीदेवी के पति और प्रोड्यूसर बोनी कपूर फिल्म ‘मॉम’ को 7 जुलाई को रिलीज़ करने जा रहे है, ताकि श्री के करियर का यह पड़ाव और भी ख़ास हो जाए। 

हिन्दी के अलावा तमिल, तेलुगु, कन्नड़ भाषाओं में भी अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली श्रीदेवी ने साल 1967 में सिने करियर की शुरुआत की थी। वो पहली बार तमिल फिल्म ‘कंदन करुनई’ में नज़र आई थीं। उस समय उनकी उम्र महज चार साल ही थी। 

इस फिल्म में श्रीदेवी ने अभिनेत्री और तमिलनाडू की भूतपूर्व मुख्यमंत्री जयलिलता के साथ स्क्रीन शेयर किया था। जयललिता के निधन के समय श्रीदेवी ने उनके साथ अपनी तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा था, ‘सभ्यता और संस्कृति से जुड़ी और खयाल रखने वाली महिला थीं। मैं खुशकिस्मत हूं कि उनके साथ करने का मौका मिला। लाखों लोग उनको याद करेंगे।’

तमिल सिनेमा में भी श्रीदेवी टॉप की अदाकारा रही हैं। उन्होंने कमल हसन, रजनीकांत और चिरंजीवी जैसे कलाकारों के साथ स्क्रीन शेयर किया है। 

वहीं साल 1975 में श्रीदेवी ने फिल्म ‘जुली’ से बॉलीवुड में कदम रखा। इस वक़्त उनकी उम्र 11 साल थी। इस फिल्म में वो ‘आइरिन’ की भूमिका में थी, जो सेंट्रल कैरेक्टर ‘जुली’ की बहन रहती है। उनकी मासूमियक का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता था कि तब उन्हें ‘बॉयफ्रेंड’ शब्द का मतलब नहीं पता था। 

ख़ैर, उनकी करियर की गाड़ी चलती चली गई। उन्होंने 80 और 90 के दशकों में कुछ बेहतरीन फिल्मों में बेजोड़ अदाकारी दिखाई। उन फिल्मों में ‘सदमा’, ‘लम्हें’, ‘मिस्टर इंडिया’ सरीखे कई नाम हैं। 

बेहतरीन अदाकारा, बेजोड़ डांसर 

अभिनय के सा डांस में भी श्रीदेवी का कोई सानी नहीं है। कई पुरस्कारों से नवाज़ी जा चुकी श्रीदेवी को साल 2013 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया। बता दें कि उनको पांच बार फिल्मफेयर अवार्ड भी मिल चुका है। 

ब्रेक के बाद वापसी 

शादी और फिर बच्चों की जिम्मेदारी के चलते श्रीदेवी लंबे अरसे तक सिल्वर स्क्रीन से दूर ही रहीं। फिर जब बच्चे बड़े हुए, तो उन्होंने गौरी शिंदे की साल 2012 में आई फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ से रुपहले पर्दे पर वापसी की। इस के लिए उन्हें कई नॉमिनेशन और अवॉर्ड्स मिले। 

इस फिल्म में एक मां के किरदार को निभाया था अब उनकी दूसरी फिल्म भी रिलीज़ को तैयार है, उसमें भी वो मां के किरदार को ही निभाने जा रही हैं। फिल्म ‘मॉम’ हिंदी के अलावा, तमिल, तेलुगू और मलयालम चार भाषाओं में रिलीज़ होने वाली है। 

ग़ौरतलब है कि फिल्म ‘मॉम’ में श्रीदेवी के अलावा नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी, अक्षय खन्ना और सजल अली मुख्य भूमिका में हैं। 

रवि उद्यवर के निर्देशन में बनी इस फिल्म की कहानी एक मां और उसकी सौतेली बेटी के इर्द-गिर्द बुनी गई है। श्रीदेवी सौतेली मां (देवकी) के किरदार में हैं, जो अपनी बेटी को हर खुशी देना चाहती है, लेकिन उसकी बेटी कभी भी उसे मां के रुप में स्वीकार नहीं करती है।

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